Detailed Notes on bhairav kavach

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विरचरन्त्यत्र कुत्रापि न विघ्नैः परिभूयते।





देयं पुत्राय शिष्याय शान्ताय प्रियवादिने ॥ ३०॥

कूर्चमेकं समुद्धृत्य महामन्त्रो दशाक्षरः ॥ १६॥



सर्वपापक्षयं याति ग्रहणे भक्तवत्सले ॥ १२॥

 

नैव सिद्धिर्भवेत् तस्य विघ्नस्तस्य पदे पदे ।

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भगवान शिव ने पांच साल के बच्चे का अवतार धारण किया जिसे बटुक भैरव कहा जाता है।

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चण्डिकातन्त्रसर्वस्वं बटुकस्य विशेषतः read more ॥ ४॥

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